डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के प्रत्यभिज्ञा परिसर में उल्लासपूर्ण सम्पन्न हुआ स्वतंत्रता दिवस समारोह
छात्रों के अभिनेयता से आश्चर्यचकित रहे अभिभावकगण, मिला अपरिमित आशीर्वाद
गाज़ीपुर।
शुक्रवार को स्वतंत्रता दिवस के अवसर पर लट्ठूडीह के गांधी नगर स्थित डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के लब्धप्रतिष्ठ प्रज्ञा परिसर में विश्वविश्रुत भारत की आज़ादी का 79वां जश्न-ए-आज़ादी भव्यता से समृद्ध समारोह में तेजस्विता के रसधार के साथ सम्पन्न हुआ.
79वें स्वतंत्रता दिवस की सुबह डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के प्रशासनिक खंड के समक्ष लगे विशाल मंच के अभिमुख भारत के ध्वज तिरंगा का आरोहण डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के मति निदेशक हर्ष राय और प्रखर प्रधानाचार्या डॉ. प्रेरणा राय के कर-कमलों से अभिभावक समूह, विद्वत संकाय सदस्यों, शिक्षकेत्तर सदस्यों और छात्रों की वृहत्तर उपस्थिति में उल्लास और भारत माता की जय, जय जवान जय किसान, वीर अमर रहे, संविधान की जय जय, हमारा देश हमारा अभिभान के करतल जयघोष के साथ सम्पन्न हुआ. तत्पश्चात जन-गण-मन राष्ट्रीय गान का सस्वर गान डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के संगीत शिक्षक सुशील कुमार राय के निदेश में डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के चेतना सम्पन्न छात्र-छात्राओं ने सार सम्पन्न गाकर उपस्थित समूह को ओज से भावपूर्ण कर दिया.
तत्पश्चात डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के हरित सदन, माणिक सदन और नीलम सदन के छात्रों की चैतन्यता से सम्पन्न देशभक्ति, आदर्श, संविधान, व्यक्तित्व, शिक्षा, संस्कृति, कला, कौशल, विज्ञान, साहस, समर्पण विषयक प्रस्तुतियों ने उपस्थित निर्णायक मंडल को उचित अंकन के लिए धैर्य बोध और उचित अनुशीलन दिया. डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के हरित सदन के छात्रों ने वीरता विषयक अपनी अद्यतन प्रस्तुति से प्रथम स्थान प्राप्त किया, विजेता छात्रों के समूह को डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के निदेशक और प्रधानाचार्या द्वारा वैजयंती और प्रशस्ति-पत्र अर्पित कर सम्मानित किया गया.
स्वतंत्रता दिवस समारोह को संबोधित करते हुए डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर की मेधा कुंज प्रधानाचार्या डॉ. प्रेरणा राय ने कहा कि स्वतंत्रता ने हमें भारतीय जन के रूप में सबसे महत्वपूर्ण विवेक अभिव्यक्ति की आज़ादी का दिया. उन्होंने संविधान के वाड़ग्मय को अपने वक्तव्य का आधार बनाते हुए कहा कि आज़ादी का सन्धि विच्छेद करूं तो ज़ाद का अर्थ विजय या सफलता होता है, वस्तुतः आज़ादी न होती तो संविधान न होता. आज़ादी ने हमें अभिव्यक्ति की, सृजन की, साधना की, चेतना की, गमन की, प्रतीक्षा की, वंदना की, सार्थकता की, संवेदना का द्वार दिया, ताकि आप भारतीय नागरिक की संहिता और संस्कार के अपने कर्म विधान से भारत के विकास परिषद को दृढ़ संकल्पित हो कर अपना अवदान-योगदान दे सकें. उन्होंने कहा कि देश के रणवीरों ने आज़ादी हासिल कर पराधीनता को पराभव किया और हम सबको नवचेतन के किवाड़ दिए. इसलिए विचारों की आज़ादी से मतिसमपन्न भारत अपनी विवेचन-अनुशीलन से स्वयं के विश्व को विश्व कल्याणक के रूप में इंदराज कर रहा है.
डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के मननशील निदेशक हर्ष राय ने स्वतंत्रता दिवस पर अपने शब्द-शतक को निर्मिति देते हुए कहा कि स्वतंत्रता का अर्थ गण और तंत्र को उनका मूल अधिकारों की रक्षा के लिए स्वयं का विधान हासिल करना था. देश के नौनिहालों, युवाओं, जवानों, माताओं, बहनों ने अपने रक्त के दान से भारत के संविधान की प्रस्तावना को अंग्रेजी हुकूमत को भारत से बाहर का रास्ता दिखा कर भारत की रक्ताभ धरा को भाद्रपद का आविर्भाव दिया, ताकि भारतीय मानस को आज़ादी उर्फ़ स्वतंत्रता का अधिनायक और अधिनियम मिल सके.
स्वतंत्रता दिवस समारोह की अध्यक्षता डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर के निदेशक हर्ष राय ने और संचालन डालिम्स सनबीम स्कूल गांधी नगर की छात्राओं की त्रयी रिद्धि राय,अंजलि यादव एवं अंशिका पांडेय ने किया.
